पंजाब केसरी संवाददाता | पंजाब केसरी में सबका स्वागत है मैं हूँ चन्द्रशेखर धरणी, सेल्फी विद डॉटर संस्था चलाने वाले सुनील जागलान हमारे साथ मौजूद हैं चुनाव में जो युवतियाँ खडी हो रही थी महिलाएं खड़ी हो रही थी उनके ससुर या उनके पति या परिवार में से किसी व्यक्ति ने अगर किसी सरकारी संस्थान की कोई पेमेंट देनी थी उसको लेकर कहीं ना कहीं चुनाव आयोग हरियाणा के द्वारा रेस्ट्रिक्टशन लगाई गई थी लेकिन सुनील जागलान जी का ऐसा दावा है कि उनके प्रयासों से यह सार्थक हुई इनको यह सार्थकता की बात कैसे पता लगी ये भी खुद इनके मुहं से सुनेंगे आपका स्वागत है पंजाब केसरी में |
सुनील जागलान | जी नमस्कार |
पंजाब केसरी संवाददाता | क्या मैटर था जिसको ले कर आपने हरियाणा चुनाव आयोग को याचिका दायर की और उसका क्या डिसीजन रहा |
सुनील जागलान | जी वर्ष 2015 में जब पंचायती राज एक्ट में बदलाव किया गया तो उस समय कुछ नियम शर्तें लागू की गयी जिसमें कि जो भी उमीदवार चुनाव लडेगा उसके नाम किसी प्रकार का बिजली बिल या कोआपरेटिव सोसाइटी का या लैंड मॉर्गेज बैंक को कोई भी लोन उसके नाम से ना हो लेकिन इसको गलत तरीके से पेश कर दिया गया था क्यूंकि पंचायती राज एक्ट के सेक्शन 175 में दिया हुआ है कि यह यह सिर्फ कांटेस्टटेंट या उम्मीदवार जो है यह बाध्यता उसी के लिए है ना कि उसके पूरे परिवार के लिए है तो हमने अबकी बार जो सेल्फी विद डॉटर अभियान आप पिछले सात साल से देश भर में चल रहा है उसमें हमने कुछ युवतियों को सपोर्ट किया था महिलाओं को कि आपने गाँवों में चुनाव लड़िये और सेल्फी विद डॉटर आपकी मदद करेगा आपका घोषणा पत्र तैयार कराएगा आपकी हर प्रकार की मदद करेगा वन टू वन काउंसलिंग करायेगा आपका पब्लिक इफेक्टिव स्पीकिंग कराएगा तो उसमें हमारी एक उम्मीदवार थी भिवानी से पिंकी तो उसने बताया कि सर मैंने मेहनत भी की सेल्फी विद डॉटर में इतनी और अब जो है मैं बिजली विभाग में NOC लेने गई और इसके अलावा लैंड मॉर्गेज बैंक में लेने गयी और वहां पर मेरे ससुर के नाम लोन खड़ा है और उन्होंने NOC देने से मना कर दिया जबकि मेरी फैमली आई डी भी अलग है मेरा राशन कार्ड भी अलग है मैं अलग रह रही हूँ उसके बावजूद ऐसा है तो उसके बाद हमने लिखित रूप में जब SDO और DC को दिलवाया तो उन्होंने भी कोई रेस्पोंस नहीं दिया हमें उसे पंचायती राज एक्ट का सेक्शन भी भेजा उसके बाद हमने जो है ये हमारे धनपत सिंह जी हैं चुनाव आयुक्त को ईमेल भी किया और व्हाट्स एप्प पर भी डाला कि सेल्फी विद डॉटर की तरफ से ऐसे ऐसे उम्मीदवार खडी की गयी है और उनको ये दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है आप इस तरह से बाध्य नहीं कर सकते पूरे हरियाणा की महिलाओं को जब 50% का आरक्षण मिला है तो पूरी तरह से स्वतंत्रता मिलनी चहिये कि अगर वो जो बिल उनकी फॅमिली है किसी अन्य सदस्य के नाम है तो उसकी बाध्यता उस उमीदवार पर ना हो तो कल रात को मुझे ये मैंने मेल चुनाव आयुक्त को और केंद्रीय चुनाव आयुक्त को डायरेक्टर पंचायतीराज मिस्निटर सब को किया था |
पंजाब केसरी संवाददाता | तो उसका रिप्लाई क्या आया |
सुनील जागलान | उसका रिप्लाई कल यह आया है उन्होंने कहा है We have sympathetically considered representation of Selfi With Daughter Foundation and allowed the request. Dhanpat Singh IAS Retired. |
पंजाब केसरी संवाददाता | यानि के आपकी जो रिक्वेस्ट है वो मंजूर कर ली गयी है और किसी के ससुर पति या परिवार में से किसी ने बिजली बोर्ड या सरकारी उपक्रम जितने भी हैं उनका अगर कोई संस्थान का पैसा देना है तो कोई प्रतिबन्ध उनपर नहीं है |
सुनील जागलान | हाँ बिल्कुल सही है क्यूंकि एक प्रकार से महिला अधिकार और ह्यूमन राइट्स और पंचायती राज एक्ट का वायोलेशन था एक प्रकार से कल जो धनपत सिंह जी ने जब प्रेस कांफ्रेंस की तो उसमें ही कहा था भई ऐसे सेल्फी विद डॉटर की तरफ से जो रिक्वेस्ट आई है उसमें हम लीगली देख रहे हैं तो शाम तक उन्होंने उसका पॉइंट ऑफ़ व्यू ले कर और यह लैटर सब्जी जिलों के उपायुक्त महोदयों को दे दिया है अब जो 50% आरक्षण महिलाओं को मिला है वो एक प्रकार से सेल्फी विद डॉटर का मकसद है कि महिलाओं के चेहरे पर सच्ची मुस्कान की जो आजादी है वो आएगी और उन्हें अपने पति या अपने परिवार के किसी अन्य सदस्य के नाम जो बिल पेंडिंग है उसकी वजह से चुनाव लड़ने से उम्मीदवार बनने से नहीं रोक सकेंगे |
पंजाब केसरी संवाददाता | 50% महिलाओं की भागीदारी के साथ हरियाणा में पहली बार चुनाव होने जा रहे है कोर्ट में भी मामला चला इसके बारे में आपकी अपनी राय क्या है ? |
सुनील जागलान | हाँ मैं मानता हूँ पिछली बार जब आरक्षण 33% था तो 43% के करीब जो महिलाएं हैं चुन के आई थी और मुझे लगता था कि अबके बार 50% वैसे नेचुरल तौर पर ही चुन के आनी थी महिलाएं 50% होने पर एक नुक्सान ये हुआ जिन गाँवों में हमारी महिलाएं हमारी कई सारी लड़कियां थी क्यूंकि हमने दो साल पहले सेल्फी विद डॉटर के प्लेटफोर्म के माध्यम से अप्प्लाई करवाया था और उन्होंने अपने गाँवों में कई साल से तैयारी कर राखी थी और वो रह गयी एक प्रकार से चुनाव लड़ने से क्यूंकि इन जेनरल आता तो कोई भी लड़ सकता था तो 50% का कुछ फायदा तो हुआ है लेकिन एक सीमा भी तय कर दी गयी है कि 50 % से ज्यादा 55% महिलाएं नहीं हो सकती हैं जबकि पहले जो पुरुष है वो 70% से 80% भी चुनकर आते थे तो महिलाएं भी इसी परकार से आ सकती थी आगे भी सरकार को इसमें सोचना चाहिए मेरे ख्याल से ताकि महिलाओं की ज्यादा से ज्यादा सदियों से जबसे देश आजाद हुआ है तब से आप देखेंगे कि महिलाओं की भागीदारी कम हुई है तो जितनी ज्यादा भागीदारी होगी उनकी लीडरशिप का फायदा उठा कर उतना ही हरियाणा बेहतर तरीके से रेप्रेजेंट कर पायेगा कि आप देखेंगे खेलों में जहाँ रिजर्वेशन नहीं है वहां लड़कियां ऑटोमेटिकली सबसे ज्यादा पदक लेकर आ रही हैं ना तो इसी तरह से इसको आप बिल्कुल इस प्रकार से ना करें इसमें कुछ बदलाव करके महिलाओं की और ज्यादा भागीदारी करवाने की कोशिश कर सकें |
पंजाब केसरी संवाददाता | सेल्फी विद डॉटर अभियान आपका विदेशों में भी चल रहा है वहां कहाँ कहाँ सफलता मिली कौन कौन से कंट्री में चल रहा है |
सुनील जागलान | आज के दिन सेल्फी विद डॉटर करीबन सत्तर देशों से पूरे साल भर में सेल्फीज आती हैं और 9 जून को जब सेल्फी विद डॉटर दिवस मनाया जाता है तो बेस्ट थ्री सेल्फीज को हम अवार्ड देते हैं अबकि बार हमने जैसे साउथ एशिया के जो हमारे कंट्री हैं जो जैसे बांग्लादेश नेपाल भूटान वहां पर भी यह प्रतियोगिता कराई थी और बेस्ट थ्री सेल्फीज को अवार्ड दिलाया था तो यह एक सिंबॉलिक है कि माता पिता अपनी बेटी के साथ सेल्फी अपलोड करके ख़ुशी जो है सबके सामने प्रस्तुत कर सके इसके अलावा फोरेन के जो हॉलीवुड एक्टर हैं और जो अमरीका के पूर्व राष्ट्रपति रहे हैं डोनाल्ड ट्रम्प उन्होंने भी अपनी ग्रैंड डॉटर के साथ हैश टैग सेल्फी विद डॉटर के साथ पोस्ट किया था और बहुत सारे हॉलीवुड सेलिब्रिटी हैं जो हैश टैग सेल्फी विद डॉटर नार्थ कोरिया साउथ कोरिया जापान इटली जर्मनी हर जगह आज के दिन फैला हुआ है आज यह पूरे भारत के लिए गर्व का विषय है कि एक छोटा सा गाँव से शुरू हुआ अभियान ग्लोबल प्लेटफॉर्म पर प्रधानमन्त्री जी के द्वारा जो इसको मूवमेंट बना के अनेक प्लेटफॉर्म्स पर प्रस्तुत किया गया उसकी वजह से यह प्लेटफॉर्म पूरे विश्व में प्रसिद हुआ और लोगों को आजतक सात साल होने के बाद भी पसंद आ रहा है |